नौकरी गंवाने वाले वास्तविक शिक्षकों की मदद के लिए कानून प्रकोष्ठ बनाएगी भाजपा: मोदी

चिराग पासवान के पास 2.68 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति

 असम के सीएम बोले : अजमल, हुसैन को वोट देना 'नर गाय से दूध की उम्मीद' करने जैसा

बर्द्धमान
 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पश्चिम बंगाल इकाई से स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) घोटाले के कारण नौकरी गंवाने वाले ‘वास्तविक शिक्षकों और उम्मीदवारों’ की मदद के लिए एक अलग कानूनी प्रकोष्ठ बनाने को कहा है।

बर्द्धमान-दुर्गापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘हालांकि मैं चाहता हूं कि तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को सजा मिले, लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि निर्दोषों को इसका खामियाजा भुगतना पड़े।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में स्कूल भर्ती में जो भ्रष्टाचार किया है, वह शर्मनाक है। इस घोटाले के कारण कई वास्तविक उम्मीदवारों को नुकसान उठाना पड़ा है। मैंने पार्टी की ओर से बंगाल भाजपा इकाई से वास्तविक उम्मीदवारों और शिक्षकों की मदद करने के लिए एक अलग कानूनी प्रकोष्ठ और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने के लिए कहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा ऐसे ईमानदार उम्मीदवारों का समर्थन करेगी और उन्हें कानूनी मदद मुहैया कराकर उनके लिए लड़ेगी। यह मोदी की गारंटी है।’’

कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा 2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया को अमान्य घोषित किए जाने के एक हफ्ते बाद मोदी की यह टिप्पणी आई है।

अदालत के आदेश के बाद लगभग 26,000 लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।

 

चिराग पासवान के पास 2.68 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति

पटना
 बिहार की हाजीपुर लोकसभा सीट से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रत्याशी और लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान 2.68 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्ति के मालिक हैं। चिराग द्वारा दाखिल हलफनामे में यह जानकारी दी गयी।

चिराग ने हाजीपुर लोकसभा सीट से बृहस्पतिवार को नामांकन दाखिल किया था।

चिराग (41) ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष नामांकन पत्रों के साथ एक हलफनामा दाखिल किया, जिसमें उन्होंने अपने पास 1.66 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.02 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति होने की घोषणा की।

हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 42 हजार रुपये नकद और तीन बैंक खाते हैं। इसके अलावा उनके पास 14.40 लाख रुपये के सोने के आभूषण भी हैं।

हलफनामे के मुताबिक, चिराग की अचल संपत्ति में पटना में स्थित 1.02 करोड़ रुपये का घर भी शामिल है। उनके पास कोई अन्य अचल संपत्ति नहीं है।

चिराग छह निजी फर्मों में निदेशक और शेयरधारक हैं। चिराग के पिता और दिवंगत नेता राम विलास पासवान ने नौ बार हाजीपुर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी।

लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में हाजीपुर लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान होगा।

 

असम के सीएम बोले : अजमल, हुसैन को वोट देना 'नर गाय से दूध की उम्मीद' करने जैसा

गुवाहाटी
असम के मुस्लिम बहुल लोकसभा क्षेत्र धुबरी में चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के मौजूदा सांसद बदरुद्दीन अजमल और कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन पर जमकर निशाना साधा।

मुख्यमंत्री ने कहा, अजमल और हुसैन के लिए वोट करना "नर गाय से दूध की उम्मीद" करने जैसा होगा। उन्होंने दावा किया कि सात मई को आम चुनाव के तीसरे चरण में असम गण परिषद (एजीपी), एआईयूडीएफ और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा।

गोलकगंज, बिलासीपारा और गौरीपुर में सार्वजनिक कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री सरमा ने पुष्टि की कि भाजपा की सहयोगी एजीपी उन क्षेत्रों में समर्थन हासिल कर रही है, जहां पहले लोगों के बीच उनका कोई प्रभाव नहीं था।

गोलकगंज में एक सार्वजनिक बैठक में उन्होंने क्षेत्र में एआईयूडीएफ और कांग्रेस के समर्थन में गिरावट पर जोर देते हुए कहा, "लोगों को एहसास हो गया है कि धुबरी में अजमल का समय खत्म हो गया है और उन्हें रकीबुल की जरूरत नहीं है।"

13 उम्मीदवारों और 26 लाख से अधिक मतदाताओं के साथ राजनीतिक दौड़ ज्यादातर एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल, कांग्रेस के रकीबुल हुसैन और एजीपी के जावेद इस्लाम के बीच है।

सीएम सरमा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की ''माफिया राज'' वाली टिप्पणी को लेकर उन पर कटाक्ष किया।

उन्होंने कहा, "प्रियंका गांधी ने कांग्रेस शासन के दौरान माफिया राज के दिन नहीं देखे हैं। आज राज्य में न कोई बम विस्फोट है, न कोई गोली चल रही है, न कोई उल्फा है, न कोई एनडीएफबी, सिर्फ रोकीबुल हुसैन का माफिया राज था।"

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रियंका और राहुल गांधी को असम के लोगों के बीच कोई समर्थन नहीं है।

सरमा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन ने असम के मुख्यमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि मौजूदा लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद उन्होंने अपना रुख बदल लिया है।

हुसैन ने दावा किया कि धुबरी में सरमा की नई रुचि उनकी इस मान्यता से पैदा हुई कि भाजपा को अन्य समुदायों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिल रहा है।

 

 

 

 

 

Source : Agency