ज्योतिष शास्त्र में तो ग्रहों के बारे में पढ़ने सुनने को मिलता ही हैं परंतु वास्तु शास्त्र में भी इनके बारे में वर्णन मिलता है ये बहुत कम लोग जानते हैं। इसमें बताया गया है कि घर बनवाते समय ग्रहों का भी ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है।

ज्योतिष शास्त्र में तो ग्रहों के बारे में पढ़ने सुनने को मिलता ही हैं परंतु वास्तु शास्त्र में भी इनके बारे में वर्णन मिलता है ये बहुत कम लोग जानते हैं। इसमें बताया गया है कि घर बनवाते समय ग्रहों का भी ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है। कहते हैं ये ग्रह हमारे जीवन में बहुत प्रभाव डालते हैं। कहते हैं अगर इसांन अपना घर वास्तु की इन बातों को ध्यान में रखकर बनवाता है तो उसके जीवन में परेशानियां कम होने लगती हैं। 

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो नवग्रहों में से राहु, सुरंग, गुफ़ा और घर के गोदाम का प्रतिनिधित्व करता है। इसके अनुसार अगर आपने अपने घर में गोदाम सही दिशा में बनाया है, घर में सही संख्या में खिड़कियां और दरवाज़े भी हैं परंतु किसी न किसी कारण से घर में सूर्य की रोशनी नहीं आ पाती तो ऐसे घरों में राहु अपना नकारात्मक प्रभाव दिखाने लगता है। आइए, जानते हैं, सूर्य की रोशनी न आने पर राहु का घर में प्रभाव, इसका वास्तु में महत्व। इसके साथ ये भी जानते हैं कि कैसे इससे शुभ परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।

सबसे पहले जाने लें कि घर के अंदर लंबी गैलरी, सुरंग नुमा कमरे और अंधेरे स्थान पर गोदाम कभी नहीं होना चाहिए। जिस घर में ऐसा होता है तो वहां रहने वाले परिवार को बहुत बहुत सी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसलिए जब घर का निर्माण करवाएं  तो इस बात का खास ध्यान रखें कि घर में पूरी सूर्य की रोशनी ज़रूर आती हो।

कुछ घरों के कमरे इनते बड़े नहीं होते जितना कि उन घरों का गोदाम होता है। लेकिन वास्तु और ज्योतिष के अनुसार ऐसा होना घर के सदस्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता। परंतु अगर ऐसा हो और गोदाम वाले हिस्से में हमेशा अंधेरा रहता हो तो कहते हैं घर का मुखिया अपनी जिम्मदारियों से पीछे हटने लगता है या गलत तरीके से धन कमाने लगता है। जिसके चलते वो बहुत से लोगों को अपना दुश्मन बना लेता है। इसलिए अगर आपके घर में गोदाम की ऐसी जगह हो तो इसमें बदलाव ज़रूर कर लें।
 
ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। इनके बारे में ये माना जाता है कि ये दोनों ग्रह किसी दूसरे ग्रह की खराब स्थिति के समय अपना बुरा कुप्रभाव  अधिक डालते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर के स्टोर रूम में जाने का रास्ता किसी गैलरी के बीच से है तो इन हालातों में केतु का खराब असर परिवार के सदस्यों पर डालता है। इसलिए इस चीज़े का ध्यान रहे कि स्टोर रूम में कभी भी गैलरी न बनवाएं।

वास्तु के मुताबिक घर के स्टोर रूम के पास कभी भी बाथरूम, नाली, मोरी, गली या संकरा रास्ता नहीं होने चाहिए। बल्कि इसके विपरीत आज कल लोगों के घर में ज्यादातर देखा जाता है कि उनके स्टोर रूम के पास संकरा रास्ता होता है। इसके बारे में ज्योतिष और वास्तु में कहा गया है कि ऐसा होने पर घर के लोगों में उदासी रहती है। खासतौर पर घर का मुखिया सदैव किसी न किसी कारण खालीपन का को महसूस करता रहता है। वास्तु के अनुसार ऐसे घर में संपन्नता होते हुए भी परिवार के लोग कभी सुखी नहीं रह पाते। ये भी कहा जाता है कि अगर इसे बनवाते समय वास्तु के नियमों का ध्यान न रखा जाए तो घर का मुखिया सभी सुख, धन और वैभव होने के बाद भी मानसिक रूप से अशांत रहता है। कहने का भाव ये है कि सबकुछ होने के बाद भी वो दुखी ही रहता है। इसलिए इन बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है।

Source : Agency